तुझे ढुंडताथा मैं चार सु
तेरी शान जल्ला जलालुहू
तू मिला करिबे रगे गुलु
तेरी शान जल्ला जलाजुहु
तेरी याद मैं है कली कली
है चमन चमन हु वल अली
तू बसा है फूल मौ हूँ बहू
तेरी शान जल्ला जलालुहू
तेरा डाली डाली मैं वस्फ़ है
तेरी पत्ते पत्ते मैं हम्द है
तेरा घुन्चे घुन्चे मैं रंगों बू
तेरी शान जल्ला जलालुहू
तेरा जलवा दोनों जहा मैं है
तेरा नूर कौनो मकां मैं है
यहाँ तू ही तू वहाँ तू ही तू
तेरी शान जल्ला जलालुहू
गिरे क़तरे अब्र से खाक पर
तो ये बोला सब्ज़ उठा के सर
दिया गैब से मुझे आबे जु
तेरी शान जल्ला जलालुहू
तेरा रंग लालो गोहर मैं है
तेरा नूर शम्सो क़मर मे है
तेरी ज़ात अम्मा नवलुहु
तेरी शान जल्ला जलालुहू
है दुआ ए अकबरे नातवाँ
न थमे क़लम न रुके जुबा
मैं लिखू परहु यही बा वुजू
तेरी शान जल्ला जलालुहू