میں بندۂ عاصی ہوں نعت

میں بندۂ عاصی ہوں نعت میں بندۂ عاصی ہوں خطا کار ہوں مولا لیکن تری رحمت کا طلبگار ہوں مولا وابستہ ہے امید مری تیرے کرم سے تیرا ہوں فقط تیرا پرستار ہوں مولا اک سوت کی انٹی مرے سانسوں کا اثاثہ اور یوسفِ ہستی کا خریدار ہوں مولا باہر کے اجالے مجھے کیا راہ … Read more

ہم نے آنکھوں سے دیکھا نہیں ہے مگر ان  کی تصویر سینے میں موجود ہے

ہم نے آنکھوں سے دیکھا نہیں ہے مگر ان  کی تصویر سینے میں موجود ہے جس نے لا کر کلام الہی دیا وہ محمد  مدینے میں موجود ہے پھول کھلتے ہیں پڑھ پڑھ کے صلی علی جھوم کر کہہ رہی ہے یہ باد صبا ایسی خوشبو چمن کے گلوں میں کہاں جو نبی کے پسینے … Read more

بارہ ربیع الاول كے دن ابرِ بہارا چھائے میرے سرکار آئے

بارہ ربیع الاول كے دن ابرِ بہارا چھائے میرے سرکار آئے آمنہ تیرے گھر آنگن خوشیوں كےبادَل چھائے میرے سرکار آئے دور ہوا دنیا سے اندھیرا ، آئے آقا ہوا سویرا عبداللہ كے گھر آنگن خوشیوں كےبادَل چھائے میرے سرکار آئے بارہ ربیع الاول كے دن ابرِ بہارا چھائے میرے سرکار آئے سوکھی تھی گلشن … Read more

آج آئے نبیوں کے سردار مرحبا

آج آئے نبیوں کے سردار مرحبا مرحبا آئے قافلہ سردار مرحبا آمنہ کے دلبر و دلدار مرحبا مرحبا آئے محبوب غفار مرحبا شاد ہو کہ آمد خیرالورا ہے آج غم کے مارے بول اٹھے غم خوار مرحبا سبز پرچم ہاتھ میں لہرا کے سب بولو مکی مدنی اے عربی سردار مرحبا جھومتا ہے وجد میں … Read more

हुजूर मेरी तो सारी बहार आप से है

हुजूर मेरी तो सारी बहार आप से है मैं बे करार था मेरा करार आप से है कहां वो अर्जे मदीना कहा मेरी हस्ती यह हाजरी का सबब बार-बार आपसे है मेरी तो हंसती क्या है मेरे गरीब नवाज जो मिल रहा है मुझे सारा प्यार आपसे है सियाह कार हू आका बड़ी नदामत है … Read more

भर दो झोली मेरी या मुहम्मद

शाह – ए – मदीना सुनो इल्तेजा ख़ुदा के लिए करम हो मुझ पे हबीब – ए – ख़ुदा ख़ुदा के लिए हुजूर गुंचा – ए – उम्मीद अब तो खिल जाए तुम्हारे दर का गदा हूँ तो भीक मिल जाए भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौटकर मैं न जाऊंगा ख़ाली तुम्हारे आस्ताने से … Read more

मुझ पे भी चश्मे करम ए मेरे आका करना

मुझ पे भी चश्मे करम ए मेरे आका करना हक तो मेरा भी है रेहमत का तकाजा करना मैं के जर्रा हूं मुझे वुसअते सहरा दे दे के तेरे बस में है कतरे को भी दरिया करना मैं हूं बेकस है तेरा काम सहारा देना मैं हूं बीमार तेरा काम है अच्छा करना चांद की … Read more

मुनव्वर मेरी आंखों को मेरे शमसुद्दूहा करदे

मुनव्वर मेरी आंखों को मेरे शमसुद्दूहा करदे गमों की धूप में वह सायाए ज़ुल्फे दुता कर दे जहां बानी अता करदे भरी जन्नत हीपा कर दे नबी मुख्तार कुल है जिसको जो चाहे अता करदे जहां में उनकी चलती है वह दम में क्या से क्या कर दे ज़मी को आसमा कर दे सुरैया को … Read more

बेहरे दीदार मुश्ताक है हर नज़र

बेहरे दीदार मुश्ताक है हर नज़र दोनों आलम के सरकार आजाइए चांदनी रात है और पिछला पहर दोनों आलम के सरकार आजाइए सामने जल्वागर पे करे नूर हो मुन्किरो का भी सरकार शक दूर हो करके तब्दील एक दिन लिबास से बशर दोनों आलम के सरकार आजाइए सिद्रतुल मुंतहा अर्श बागे इरम हर जगह पड … Read more

अजब रंग पर है बहारे मदीना

मदीना मदीना अजब रंग पर है बहारे मदीना के सब जन्नते है निसारे मदीना सरकार का मदीना (2) मैं पहले पहल जब मदीने गया था तो थी दिल की हालत तड़प जाने वाली वो दरबार सचमुच मेरे सामने था अभी तक तसव्वूर था जिसका खयाली मैं एक हाथ से दिल संभाले हुए था तो थी … Read more