या मुहम्मद नूरे – मुजस्सम

या मुहम्मद नूरे – मुजस्सम या हबीबी या मौलाई तस्वीरे – कमाले – मुहब्बत तनवीरे – जमाले – ख़ुदाई तेरा वस्फ़ बयां हो किससे तेरी कौन करेगा बड़ाई इस गर्दै – सफ़र में गुम है जिब्रीले – अमी की रसाई ऐ मज़हरे – शाने – जमाली ऐ ख्वाजाओ – बन्दा – ए – आली मुझे … Read more

ए हसनैन के नाना , ए हसनैन के नाना

या नबी नज़रे करम फरमाना ए हसनैन के नाना , ए हसनैन के नाना ज़हरा पाक के सदके हमको , तैबा में बुलवाना ए हसनैन के नाना , ए हसनैन के नाना आप के दर का मैं हु भिखारी आप है मेरे दाता सारे रिश्ते नातो से है प्यारा अपना नाता आप तो है आता … Read more

मेरी झोली में रहते हैं सदा टुकडे मोहम्मद के

मेरी झोली में रहते हैं सदा टुकडे मोहम्मद के अजल से खा रहा है यह गदा टुकड़े मोहम्मद के मुझे है क्या पड़ी शाहों के दर से जाके मैं मांगू खिलाता है मुझे मेरा खुदा टुकड़े मोहम्मद के इन्हें खाकर अबू बकरो उमर उस्मान बनते हैं यह रूत्बे मे है कुछ ऐसे जुदा टुकड़े मोहम्मद … Read more

नबी का लब पर जो ज़िक्र हे बे मिषाल आया कमाल आया

पे करे दिल रुबा बनके आया रुहे अर्ज़ो समा बनके आया सब रसुले खुदा बनके आये वो हबीबे खुदा बनके आया नबी का लब पर जो ज़िक्र हे बे मिषाल आया कमाल आया जो हिज्र तैबाह मे याद बन कर खयाल आया कमाल आया तेरी दुआओं ही की बदोलत अज़ाब रब से बचे हुए है … Read more

नाते सरकार की पड़ता हु मैं

नाते सरकार की पड़ता हु मैं बस इसी बात से घर में मेरे रहमत होगी इक तेरा नाम वसीला है मेरा रंजो गम में भी इसी नाम से रहत होगी ये सुना है के बोहोत घोर अँधेरी होगी क़बर का खोल्फ ना रखना ये दिल वहा सरकार के चेहरे की ज़ियारत होगी उनको मुख़्तार बनाया … Read more

तू शम्मे रिसालत है , आलम तेरा परवाना

तू शम्मे रिसालत है , आलम तेरा परवाना तू माहे नबूवत है , अये जलवाए जानाना खाते है तेरे दर का , पीते है तेरे दर का पानी है तेरा पानी , दाना है तेरा दाना सर शाह हमें करदे , एक जामे लबा लैब से ता हश्र रहे साक़ी , आबाद येह मैखाना दिल … Read more

खुशरवि अच्छी लगी ना सरवरी अच्छी लगी

खुशरवि अच्छी लगी ना सरवरी अच्छी लगी हम फकीरो को मदीने की गली अच्छी लगी मैं ना जाऊंगा कही भी दर नबी का छोड़ कर मुझको कूए मुस्तफा की चाकरी अच्छी लगी रख दिए सरकार के क़दमो में सुल्तानों ने सर सरवरे कौनो मका की सादगी अच्छी लगी नाज़ करतु ऐ हलीमा सरवरे कौनेन पर … Read more

अब तो बस एक ही धुन है कि मदीना देखूं

अब तो बस एक ही धुन है कि मदीना देखूं आखरी उमर में क्या रोनक ए दुनिया देखो मेनू मजबूरियां ये दूरियां ने मारिया सद लो मदीना आका करो मेहरबानियां दादाहा गरीब आका कोल मेरे ज़र नय उड़के में किवे आका नाल मेरे पर नहीं तूसा ते हैं ड़ेरा मैं तो बड़ी दूर लालिया सदलो … Read more

एक मैं ही नहीं उन पर कुर्बान जमाना है

एक मैं ही नहीं उन पर कुर्बान जमाना है जो रब्बे दो आलम का महबूब यगाना है कल पुल से हमें जिसने खुद पार लगाना है जहरा के वो बाबा है हसनैन के नाना है आवो दरें जहरा पर फैलाए होवे दामन ये नस्लें करीमो की लज पाल घराना है ये केह के दरे हक … Read more

उनका मंगता हे जो मंगता नही होने देते

उनका मंगता हे जो मंगता नही होने देते ये हवाए मुजे रुस्वा नही होने देते मेरे हर ऐब की करते हे वो परदा पोशी मेरे जुरमो को तमाशा नही होने देते बात करता हु तो आती हे महेक तैबा की मेरे लेहझे को वो मैला नही होने देते अपने मंगतो की वो फेहरिस्त मे रखते … Read more