Qabar Par Fatiha Padhne Ka Tarika / क़बर पर फातिहा पढ़ने का तारिका
Qabar Par Fatiha Padhne Ka Tarika
सबसे पहले आप सही तरीक़े से कबर के बगल में पांव की जानिब खड़े हो जाएं अगर यह पॉसिबल नहीं हो तो किसी भी तरफ बगल में खड़े हो सकते हैं फिर इन बातों पर गौर फरमाएं:
Contents
Qabar Par Fatiha Padhne Ka Tarika
पहले 3 बार कोई भी दरूद शरीफ पढ़ें।
फिर सूरह काफीरुन 1 बार पढ़ें।
इसके बाद 3 दफा सूरह इखलास पढ़ें।
अब 1 मरतबा सूरह फलक पढ़ें।
इसके बाद सूरह नास 1 मरतबा पढ़ेंगे।
अब 1 मरतबा सूरह फातिहा पढ़ें।
फिर 1 मरतबा सूरह बकरह मुफ्लीहुन तक पढ़ें।
फिर 1 मरतबा आयते खामसह पढ़ें।
अब आख़िर में भी 3 मरतबा दरूद शरीफ पढ़ें।
कबर पर फातिहा की बख्शीश का तरीका
पहले 3 बार कोई भी दरूद शरीफ पढ़ें।
फिर सूरह काफीरुन 1 बार पढ़ें।
इसके बाद 3 दफा सूरह इखलास पढ़ें।
अब 1 मरतबा सूरह फलक पढ़ें।
इसके बाद सूरह नास 1 मरतबा पढ़ेंगे।
अब 1 मरतबा सूरह फातिहा पढ़ें।
फिर 1 मरतबा सूरह बकरह मुफ्लीहुन तक पढ़ें।
फिर 1 मरतबा आयते खामसह पढ़ें।
अब आख़िर में भी 3 मरतबा दरूद शरीफ पढ़ें।
अब अऊजुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम और बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ें।
फिर अला इन्ना औलिया अल्लाहि ला खऊफून अलैहिम वला हुम यह जूनून’ पढ़ें।
इसके बाद अल्लज़ीना आमनु व कानू यत्तकुन पढ़ें।
अब सुब्हाना रब्बिक व रब्बिल इज्जते अमा यसिफुन व सलामुन अलल मुरसलिम वल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमिन पढ़ें।
इसके बाद 1 बार दरूद शरीफ पढ़ कर अल फातिहा कहें।
अब आखिर में बख्शीश करें इसका तरीका हमने नीचे बताया है सो आप पुरा आर्टिकल पढ़ें।
पहले 3 बार कोई भी दरूद शरीफ पढ़ें।
Sallallahu Alan Nabiyyil Ummiyyi Wa Aalihi Sallallahu Alaihi Wa Sallam Slatan’w Wa Salaman Alaika Ya Rasulallah
सल्लल्लाहु अलन नबीय्यिल उम्मिय्यी व आलिही सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम सलातवं व सलामन अलैका या रसूलल्लाह
फिर सूरह काफीरुन 1 बार पढ़ें।
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
Qul Ya Ayyuhal Kafirun
La A’ abudu Ma T’abudu’n
Wa La Antum Aabid N Ma’ Bud
Wla Ana Aabidum Ma Abtum
Wala Antum Aabidun Ma Aabud
Lakum Dinukum wali Yadin.
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.
कुल या अय्यूहल काफिरुन.
ला आअबुदू मा ताअ बुदू न.
व ला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद.
व ला अना आबिदुम माअबत्तुम.
वला अन्तुम आबिदू न मा आअबुद.
लकुम दीनुकुम वलि यदीन.
इसके बाद 3 दफा सूरह इखलास पढ़ें।
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
Qul Hu Wallahu Ahad
Allahus Samad
Lam Y Lid Walam Yulad
Walam Yaku llahu Kufuwan Ahad.
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.
कुल हु वल्लाहु अहद्.
अल्लाहुस् समद.
लम य लिद् वलम यूलद.
वलम यकुं ल्लहु कुफुवन अहद.
अब 1 मरतबा सूरह फलक पढ़ें।
अब 1 मरतबा सूरह फलक पढ़ें।
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
Qul Auju Bi Rabbil Falaq
Min Sharri Maa Khalaq
W Min Sharri Gaasikin Iza Wakab
W Min Sharri Naffashati Fil Uqad
W Min Sharri Haashideen Iza Hasad.
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.
कुल अऊजु बिरब्बिल् फ लक.
मिन शर्रि मा ख लक.
व मिन शर्रि गासिकीन इजा वकब.
व मिन शर्रि नफ्फासाति फिल उकद.
व मिन शर्रि हासिदीन इजा हसद्.
इसके बाद सूरह नास 1 मरतबा पढ़ेंगे।
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
Qul Auju Bi Rabbin Nas
Malikinnas Illahinnas
Min Sharril Waswasil Khannasil
Lazi Yuwas Wisu Fi Sudurinnas
Minal Zinnatti wannas.
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.
कुल अऊजु बिरब्बिन्नास.
मलिकीन्नास इलाहिन्नास.
मिन शर्रिल वस्वासिल-खन्नासिल.
लजी युवसविसु फि सुदूरिन्नास.
मिनल जिन्नति वन्नास.
अब 1 मरतबा सूरह फातिहा पढ़ें।
Aujoobillahi Minashshaitanirrajim.
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
Alhamdu Lillahi Rabbil Aalmin
Arrahman Nirahhim
Maliki Yaumiddin
Iyyaka N’ Abudu W Iyyaka Nast-in
Ihdinas Siratal Mustaki’m
Siratal Lazi’n An Amta Alaihim Gairil Magdoobi Alaihim Walad-Dallin.
Aamin
बिस्मिल्ला-हिर्रहमा-निर्रहीम
(1) अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन (2) अर्रहमानिर्रहीम ( 3 ) मालिकि यौमिददीन (4) इय्याका नाबुदु व इय्याका नस्तईन (5) इहदिनस सिरातल मुस्तकीम (6) सिरातल्लज़ी-न अन्अम-त अलैहिम गैरिल मग्ज़बि अलैहिम वलज़्ज़ाल्लीन. (7) (अमीन)
फिर 1 मरतबा सूरह बकरह मुफ्लीहुन तक पढ़ें।
Bismillah Hirrahmaan Nirrahim.
A Lif Lam Mimm
Zalikal Qitabu La ryb Fih
Hudal-lil Mut-Takinallazina Yu Minuna Bil Gaibi W Yukimu Nassalataa W Mimma Razaknahum YunFiqun
Wallazina Yuminu Na Bima Unzila Ilaika Wma Unzila Min Kablik
W Beel Aakhirati Hum Yukinun
Ula-ika Ala Hudam Mirrabbihim w Ula Ika Humul Muflihun.
बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहिम.
अलिफ़ लाम मिम.
जालीकल किताबु ला रै बफिह.
हुदल लील मुत्तकीनल्लजीना यूमिनूना बिल गैबि व युकिमुनस्सलाता व मिम्मा रजकनाहुम युनफिकुन.
वल्लजीना युमिनू ना बिमा उनजिला इलैका वमा उनजिला मिन कब्लिक.
व बिल आखिरती हुम यूकिनुन.
उलाइका अला हुदम मिंर रब्बिहिम व उलाइका हुमूल मुफलिहून.
फिर 1 मरतबा आयते खामसह पढ़ें।
W ila Huqoom ilahoon Wahid
La ilaha illa huwarrahnurrahim
Inna rahmatallahi Karibum Minl Muhsinin
Wma Arsalnaka illa Rahmal Lil Aalmin
Maknaa Muhamaddan aba A Hadim Mir Rijalikum Walaa Kir Rasulalallahi w Khatman Nabiyyin W Kan Nalahu Bikulli Shaiyyin Alima
Innalillaha w mala-ik Tahoo Yusalluna alan Nabiyyi
Ya Ayyuhal Lazina Aamnu Sallu Alaihi W Salimu Taslima.
व इलाहुकुम इलाहुं वाहीद.
लाइलाहा इल्ला हुवर्रहमानुर्रहिम.
इन न रहमतल्लाही करिबुम मिनल मुहसिनीन.
वमा अरसलनका इल्ला रहमतल लिल आलमिन.
मा का ना मुहम्मदुन अबा अ हदिम मिंर रिजालिकुम वला किंर रसुलल्लाहि व खातमन नबिय्यीन व कानल्लाहू बिकुल्लि शैइन अलीमा.
इन्नल्लाहा व मलाइ क त हू यूसल्लूना अलन्नबिय्यि.
या अय्यूहल लजिना आमनू सल्लु अलैहि व सल्लिमू तस्लिमा.
अब आख़िर में भी 3 मरतबा दरूद शरीफ पढ़ें।
आप यहां वही उपर में बताई हुई दरूद शरीफ 3 मरतबा पढ़ें या फिर कोई भी दरूद शरीफ उपर में या फिर यहां भी पढ़ सकते हैं।
फिर अऊजुबिल्लाह मिनश शैतानिर्रजीम और बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम पढ़ कर ‘अला इन्ना औलिया अल्लाहि ला खऊफून अलैहिम वला हुम यह जूनून’ पढ़ें।
फिर अल्लज़ीना आमनु व कानू यत्तकुन पढ़ कर सुब्हाना रब्बिक व रब्बिल इज्जते अमा यसिफुन व सलामुन अलल मुरसलिम वल्हम्दुलिल्लाही रब्बिल आलमिन पढ़ें।
इसके बाद अल फातिहा कहें और अब सभी पढ़ी गई आयते और सूरहों तथा दरूद शरीफ की बक्शीश होगी यह बहुत जरूरी है ध्यान दें।
कबर पर फातिहा की बख्शीश का तरीका
ऐ अल्लाह हमने यहां पर कुरान ए पाक की तिलावत की और दरूद शरीफ भी पढ़ा अगर पढ़ने में एक लफ्ज, एक हर्फ या फिर एक नुक्ते की भी गलतियां हुई हो तो अपने फजलो करम से मुआफ अता फरमा।
अगर आप कुरान ए पाक की भी बख्शीश करना चाहते हैं तो इस तरह बोले कि हमने 30 पारे कुरान ए पाक पढ़ी उसे भी पढ़ने में थोड़ी भी गलतियां हुई हो तो माफ अता फरमा।
इन सब का सवाब सबसे पहले अपने नबी ए करीम सरकार ए दो आलम सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के बारगाह में तोहफतन हदियातन पेश करते हैं कुबूल फरमा।
हजरते आदम अलैहिस्सलाम से लेकर हजरते इसा अलैहिस्सलाम तक कमों बेस एक लाख चौबीस हजार अम्बियाए किराम व रसूलाने एजाम के बारगाहों में पेश करते हैं मौला कुबूल फरमा।
हुजूर के सहाबा सहाबियात व अहले बैते अतहार अज्वाजे मोतह्हरात जुमला शहीदाने कर्बला जुमला शहाबा ताबेईन ताब ताबेईन अइमए मुजतहिदीन बुजुर्गाने दिन मुत्तकिन सालेहिन मोमेनिन के अरवाहे पाक को पेश करते हैं कुबूल फरमा।
इसका सवाब पिराने पीर दस्तगीर रौशन ज़मीर हजरते गौसे आज़म रजियल्लाहो तआला अन्हो और ख्वाजाए ख्वाजगान हिंद अल वली अजमेरी चिश्ती और तमाम औलियाए कामेलिन के बारगाहों में पेश करते हैं कुबूल फरमा।
इस दुनियां से जितने भी मोमिनीन व मोमिनात गुजर चुके हैं उनकी बख़्शिश अता फ़रमा और सब को जन्नतुल फ़िरदौस में आला से आला मकाम अता फरमा।
बिल खुसुस (यहां पर नाम लें) इसका सवाब अता फरमा और उन्हें भी जन्नतुल फ़िरदौस में आला से आला मकाम अता फरमा।
यहां जीतने भी दफन हैं सब को अज़ाब ए कबर से बचा कबर में रौशनी अता फरमा और रहमतों का नुजुल अता फरमा और आखिर में भी 1 मरतबा दरूद शरीफ पढ़ लें।