कोई तो है जो निज़ाम ए हस्ती

कोई तो है जो निज़ाम ए हस्ती चला रहा है वो ही खुदा है दिखाई भि जो न दे नज़र भी जो आ रहा है वो ही खुदा है नज़र भी रख्खे , समा अते भी वो जानलेता हे निय्यतें भी वो खाना – ए – ला शउर में जगमगा रहा है वो ही खुदा … Read more