अब तो बस एक ही धुन है कि मदीना देखूं

अब तो बस एक ही धुन है कि मदीना देखूं आखरी उमर में क्या रोनक ए दुनिया देखो मेनू मजबूरियां ये दूरियां ने मारिया सद लो मदीना आका करो मेहरबानियां दादाहा गरीब आका कोल मेरे ज़र नय उड़के में किवे आका नाल मेरे पर नहीं तूसा ते हैं ड़ेरा मैं तो बड़ी दूर लालिया सदलो … Read more