तू शम्मे रिसालत है , आलम तेरा परवाना
तू शम्मे रिसालत है , आलम तेरा परवाना तू माहे नबूवत है , अये जलवाए जानाना खाते है तेरे दर का , पीते है तेरे दर का पानी है तेरा पानी , दाना है तेरा दाना सर शाह हमें करदे , एक जामे लबा लैब से ता हश्र रहे साक़ी , आबाद येह मैखाना दिल … Read more