नबी का लब पर जो ज़िक्र हे बे मिषाल आया कमाल आया

पे करे दिल रुबा बनके आया रुहे अर्ज़ो समा बनके आया सब रसुले खुदा बनके आये वो हबीबे खुदा बनके आया नबी का लब पर जो ज़िक्र हे बे मिषाल आया कमाल आया जो हिज्र तैबाह मे याद बन कर खयाल आया कमाल आया तेरी दुआओं ही की बदोलत अज़ाब रब से बचे हुए है … Read more