भर दो झोली मेरी या मुहम्मद
शाह – ए – मदीना सुनो इल्तेजा ख़ुदा के लिए करम हो मुझ पे हबीब – ए – ख़ुदा ख़ुदा के लिए हुजूर गुंचा – ए – उम्मीद अब तो खिल जाए तुम्हारे दर का गदा हूँ तो भीक मिल जाए भर दो झोली मेरी या मुहम्मद लौटकर मैं न जाऊंगा ख़ाली तुम्हारे आस्ताने से … Read more