कुछ ऐसा करदे मेरे किरदगार आंखों में
कुछ ऐसा करदे मेरे किरदगार आंखों में हमेशा नक्स रहे रुए यार आंखों में उन्हें ना देखा तो किस काम की है ये आंखें की देखने की है सारी बाहर आंखों में नजर में कैसे समाएगे फूल जन्नत के कि बस चुके हैं मदीने के खार आंखों में वो नूर दे मेरे परवरदिगार आंखों में … Read more